डॉ भीमराव आंबेडकर जन्म भूमि महू पहुंचे भीम आर्मी प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े अपने जन्म दिन 30 जुलाई को
*भारतीय सविंधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर जी के जन्मभूमि महू*
संविधान निर्माता डॉ भीमराव
आंबेडकर जी पूरे भारत वर्ष को दिए शिक्षित निर्देश (1)शिक्षित बनो, (2)संगठित रहो, (3)संघर्ष करो का निर्देश को जान समझ कर राजकुमार जांगड़े अपना जीवन में पहले लड़ाई लड़ा (1)स्कुल बनवाने के लिए( 2) बिजली के लिए ट्रांसफार्मर लगवाने (3) सड़क बनवाने के साथ (4)वृद्ध के साथ पेंशन के लायक लोगों की पेंशन दिलवाने की आवाज लगाकर संवैधानिक लड़ाई लड़ा लगभग 2011-12 से आजतक कार्यरत राजकुमार जांगड़े भीम आर्मी प्रदेश अध्यक्ष आज 39 वर्ष के हो गए है,आज से पहले अपना जन्मदिन 30 जुलाई पर जन्म दिवस विकलांग बच्चों का आश्रम (1) सारंगढ़ (2)बलौदाबाजार (3) छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के माना में विकलांग बच्चों के आश्रम के साथ छात्रावास में सभी बैच्चों को पाहड़ा पेन बिस्किट देकर जन्मदिन मनाता था,आज डॉ भीमराव आंबेडकर जी का जन्म से पूरा जीवन तक का मेहनत से अब आप और हम सभी को पढ़ने एवं समजिक कार्य कर पूरे भारत देश का इतिहास को जानकर अपने जीवन में 15 साल के उम्र से सामजिक कार्य करते हुए अब 39 वर्ष पूरा हो गया अपना 24 साल लगातार डॉ भीमराव आंबेडकर जी का आंदोलन को आगे बढ़ाने में कार्यरत 2018 तक भीम सैनिक छ.ग.में सामाजिक कार्य करते हुए संगठित होकर बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर जी बताया है,एकजुट होकर कार्य करते रहो आज की स्तिथि में 2019 से अब
भीम आर्मी भारत एकता मिशन छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष बनकर मा.बड़े भाई राजकुमार जांगड़े जी अपने 39 वें जन्मदिन के अवसर पर भारतीय सविंधान के निर्माता विश्व रत्न डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के जन्म स्थान महू धरती को प्रणाम कर डॉ भीमराव आंबेडकर जी के माता भीमाबाई पिता सूबेदार रामजी सकपाल जी को प्रणाम कर भीम आर्मी प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार जांगड़े जी मध्यप्रदेश भीम आर्मी प्रदेश एवं इंदौर जिला टीम के साथ मिलकर डॉ भीमराव आंबेडकर जी के जन्म स्थान में 39 वर्ष का केक काटकर मनाया पहुंचते ही बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी के जन्म स्थान की जमी को प्रणाम कर अंदर जाने में कदम बढ़ाकर संविधान निर्माता जी के माता भीमाबाई जी पिता सूबेदार रामजी सकपाल जी के चरणों में नमन करते हुए उनके त्याग संघर्ष को जाना डॉ भीमराव आंबेडकर जी है अपने भारत देश के सच्चे भारतीय जिन्होंने भारत देश के संतो गुरुओं के साथ बहुजन संतो गुरुओं महापुरुषों के द्वारा देखा गया सपना को साकार करने में पूरे भारत वर्ष के नागरिकों का दुःख जुल्म को अकेला सहा लेकिन पूरे भारत वर्ष के नागरिकों को दुःख जुल्म तख़लीफ़ ना मिले इसीलिए अपना संघर्ष करना नही छोड़ा भारत देश के सातों गुरुओं का सपना को साकार किया भारतीय संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर जी का जन्म भूमि महू मध्यप्रदेश को राजकुमार जांगड़े अपने जन्मदिन 30 जुलाई को प्रणाम करते ही यह निर्णय लिया की जब तक जिंदा रहूंगा डॉ भीमराव आंबेडकर जी का आंदोलन को आगे बढ़ाने का कार्य करूंगा जय भारत जय भीम भारतीय संविधान जिंदाबाद